ना कोई है रात ना कोई दिन यहां
क्या तु अँधेरा है की सिर्फ है धुंआ
आंखें धोखा खाती है
ये किसी को पता नहीं
जाने क्या है यहां
जाने यहां क्या नही
है ये माया
हीरे जो लगते हैं वो मुमकिन है अंगारे हो
चिंगारी लगते हैं जो हो सकता है तारे हो
आंखें धोखा खाती है
ये किस को पता नहीं
जाने क्या है यहां
जाने यहां क्या नही
है ये माया
चेहरे हैं सब एक से
तू कैसे पहचानेगा
दुश्मन है या दोस्त हैं
तू कैसे तु जानेगा
आंखें धोखा खाती है
ये किस को पता नहीं
जाने क्या है यहां
जाने यहां क्या नही
है ये माया
है ये माया
है ये माया ...
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