देर लगी लेकिन : जिंदगी ना मिलेगी दोबारा

देर  लगी  लेकिन 
मैंने  अब  है  जीना  सीख  लिया 
जैसे  भी  हो 'न  दिन 
मैंने  अब  है  जीना  सीख  लिया 
अब  मैंने ....
यह  जाना  है , ख़ुशी  है  क्या , ग़म  क्या ..
दोनों  ही , दो  पल  की है  रुत्तें 
न यह  ठहरे  न  रुके 
ज़िन्दगी  दो  रंगों  से  बने 
अब  रूठे , अब  माने 
येही  तो  है , येही  तो  है , यहाँ 

देर  लगी  लेकिन 
मैंने  अब  है  जीना  सीख  लिया 
आंसुओ ' के  बिन 
मैंने  अब  है  जीना  सीख  लिया 
अब  मैंने ...
यह  जाना  है  किसे  कहूं  अपना 
है  कोई , जो  यह  मुझ  से  कह  गया 
यह  कहाँ  तू  रह  गया 
ज़िन्दगी  तोह  है  जैसे  कारवां 
तू  है  तनहा  कब  यहाँ 
सभी  तो  है , सभी  तो  है  यहाँ 

कोई  सुनाये  जो  हस्ती  मुस्कुराती  कहानी 
कहता  है  दिल , मैं  भी  सुनु 
आंसू भी  मोती  हो  जो  किसी  के  निशानी 
कहता  है  दिल , मैं  भी  चुनु 
बाहें  दिल  की  हो  बाहों  में  चलता 
चलूँ  यूँही  राहों  में 
बस  यूँही , अब  यहाँ , कब  वहाँ 

देर  लगी  लेकिन 
मैंने  अब  है  जीना  सीख  लिया 
आंसुओं  के  बिन 
मैंने  अब  है  जीना  सीख  लिया 

है  कोई , जो  यह  मुझसे  कह  गया 
यह  कहाँ  तू  रह  गया 
ज़िन्दगी , तो  है  जैसे  कारवां 
तू  है  तनहा  कब  यहाँ 
सभी  तो  है , सभी  तो  है  यहाँ 
(सभी  तो  है , सभी  तो  है यहाँ )

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