तेरी आहटें नहीं है : एक मैं और एक तू


छोटी  छोटी  बातें
यूँ  ही  आते  जाते
यादें  सहलाके
जाती  है 
रातों  को  सिहराने
बासी  मुस्काने
मुझको  सुलाके
जाती  है 
मिलना  नहीं  है  मुमकिन
इतना  बताओ  लेकिन
हूँ  फिर  मिले  क्यूँ  है
तुझको  भुलाना  पाऊँ
तुझको  भुलाना  पाऊँ
यह  सिलसिलें  क्यूँ  है 
सब  कुछ  वही  है
पर  कुछ  कमी  है
तेरी  आहटें  नहीं  है 
सब  कुछ  वही  है
पर  कुछ  कमी है
तेरी  आहटें  नहीं  है
नहीं  है ..
मैंने  नहीं  जाना
तुने  नहीं  जाना
जाने  अनजाने  जो  हुआ
कुछ  तो  हुआ  जो
मुझको  हुआ  न
तुझको  मगर  क्यूँ  हुआ
गलती  नहीं  है  तेरी
गलती  नहीं  है  मेरी
फिर  भी  गीलें  क्यूँ  है
तुझको  भुलाना  पाऊँ
तुझको  भुलाना  पाऊँ
यह  सिलसिलें  क्यूँ  है 
सब  कुछ  वही  है
वही  है ..
पर  कुछ  कमी  है
कमी  है ..
तेरी  आहटें  नहीं  है 
सब  कुछ  वही  है
पर  कुछ  कमी  है
तेरी  आहटें  नहीं  है
नहीं  है ..
नहीं  है .. 
तेरी  आहटें  नहीं  है
आहटें  नहीं  है
तेरी  आहटें  नहीं  है
हो ..
तेरी  आहटें  नहीं  है
आहटें  नहीं  है
तेरी  आहटें  नहीं  है
क्यूँ ..क्यूँ ..नहीं  है ..

No comments:

Post a Comment

Google Analytics Alternative