गोरी तेरी आँखें कहें, रात भर सोयी नहीं : गोरी तेरी आँखें

गोरी तेरी आँखें कहें, रात भर सोयी नहीं
चंदा देखे चुपके कहीं, और तारे जानते हैं सभी
के किसने दिल ले लिया, किसको दिल दे दिया
ये दिल का लगाना कोई जानता नहीं
गोरी तेरी आँखें...

दिल में तेरी याद बसी तू समझेगा नहीं
जो है मेरे पास है तेरा, मेरा कुछ नहीं
क्यूँ अंखियाँ छुपाऊँ, क्यूँ तुझको सताऊँ
दिल तोड़ के तेरा मैं क्या पाऊं
बोल पिया बोल पिया बोल...

साजन तेरी बातें बड़ी, के मैं रात भर सोयी नहीं
चंदा ने भी देखा नहीं, और तारों को ये मालूम नहीं
कि मैंने तुझे दिल दिया, तेरा दिल ले लिया
मेरा तू ही है बहाना, क्यूँ मानता नहीं
साजन तेरी बातें बड़ी...

आते जाते मौसम जैसे लगते थे सभी
हमने भी तो माँगा रब से अपना भी कोई
दुनिया से बचाऊँ, पलकों में छुपाऊं
दिल जीत के तेरा सबको बताऊँ
सुन गोरी...
गोरी तेरी आँखें...

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