प्यार भी मिलेगा दिलदार भी मिलेगा तुझे सब कुछ उसके हाथ है अरे रे डरने की क्या बात है ऊपर वाला अपने साथ है ऊपर वाला ... सहरा में फूल खिलते हैं बिछड़े दिल मिलते हैं अनहोनी को वो होनी कर दे सूखी नदी में जल भर दे तेरे दिल में जो है मांग ले तू भी ये तो दुआ की रात है अरे डरने की क्या बात है ... नगमें नए गाएंगे हम सारे ग़म भुलाएंगे उसकी नज़र तो सबको देखे जीना भी क्या मायूसी लेके मेरे साथी आजा झूमें नाचें खुशियों की बरसात है अरे डरने की क्या बात है ...
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