नीला-पीला हरा-गुलाबी कच्चा-पक्का रंग
रंग डाला आ, मेरा अंग-अंग
राम दुहाई, राम दुहाई छोड़ कलाई
ओए मामा
ओ मेरे मामा क्या बाजू मेरा तोड़ेगा
ओ सररारारर...
आगे-पीछे आगे-पीछे ऊपर-नीचे
कोई कितना दौड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
ओ नीला-पीला हरा-गुलाबी कच्चा-पक्का रंग
रंग डाला रे मेरा अंग-अंग
अरे छेड़छाड़ मत करना करके होली का बहाना
छेड़छाड़ मत करना करके होली का बहाना
आज का दिन है प्यार का दिन
कोई मार न मुझसे खाना
कुर्ता ढील तंग पैजामा गुस्सा रहने दे रे मामा
हाथ मिला ले प्रेम की रेखा
तुमने दुनिया में क्या देखा
अरे तुमने देखे प्रेम के नाटक
ओ ओ तुमने देखे प्रेम के नाटक
हमने देखी जंग
रंग डाला आ, मेरा अंग-अंग
नीला-पीला हरा-गुलाबी कच्चा-पक्का रंग
रंग डाला रे मेरा अंग-अंग
रंग वाले से रंग करवाओ
अरे रंग वाले से रंग करवाओ
तो वो माँगे पैसे
मुफ़्त में हमने रंग डाले हैं मुखड़े कैसे कैसे
दर्पन देखो तो दीवानी
अरे सूरत न जाये पहचानी
तू कोई बदमाश है पक्का
मारा मुझको ज़ोर से धक्का
मैं गिर पड़ी ज़मीं पे जैसे
ओ मैं गिर पड़ी ज़मीं पे जैसे
कट के गिरे पतंग
रंग डाला, मेरा अंग-अंग
राम दुहाई, छोड़ कलाई
बेदर्दी क्या बाजू मेरा तोड़ेगा
ओ सररारारर...
आगे-पीछे आगे-पीछे ऊपर-नीचे
कोई कितना दौड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
रंग डाला आ, मेरा अंग-अंग
राम दुहाई, राम दुहाई छोड़ कलाई
ओए मामा
ओ मेरे मामा क्या बाजू मेरा तोड़ेगा
ओ सररारारर...
आगे-पीछे आगे-पीछे ऊपर-नीचे
कोई कितना दौड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
ओ नीला-पीला हरा-गुलाबी कच्चा-पक्का रंग
रंग डाला रे मेरा अंग-अंग
अरे छेड़छाड़ मत करना करके होली का बहाना
छेड़छाड़ मत करना करके होली का बहाना
आज का दिन है प्यार का दिन
कोई मार न मुझसे खाना
कुर्ता ढील तंग पैजामा गुस्सा रहने दे रे मामा
हाथ मिला ले प्रेम की रेखा
तुमने दुनिया में क्या देखा
अरे तुमने देखे प्रेम के नाटक
ओ ओ तुमने देखे प्रेम के नाटक
हमने देखी जंग
रंग डाला आ, मेरा अंग-अंग
नीला-पीला हरा-गुलाबी कच्चा-पक्का रंग
रंग डाला रे मेरा अंग-अंग
रंग वाले से रंग करवाओ
अरे रंग वाले से रंग करवाओ
तो वो माँगे पैसे
मुफ़्त में हमने रंग डाले हैं मुखड़े कैसे कैसे
दर्पन देखो तो दीवानी
अरे सूरत न जाये पहचानी
तू कोई बदमाश है पक्का
मारा मुझको ज़ोर से धक्का
मैं गिर पड़ी ज़मीं पे जैसे
ओ मैं गिर पड़ी ज़मीं पे जैसे
कट के गिरे पतंग
रंग डाला, मेरा अंग-अंग
राम दुहाई, छोड़ कलाई
बेदर्दी क्या बाजू मेरा तोड़ेगा
ओ सररारारर...
आगे-पीछे आगे-पीछे ऊपर-नीचे
कोई कितना दौड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
बहादुर नहीं छोड़ेगा, बहादुर नहीं छोड़ेगा
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